गैर-मुस्लिमों को उनके त्योहारों पर शुभकामनाएं देने की अनुमति है अथवा नही ?
गैर-मुस्लिमों को उनके त्योहारों पर शुभकामनाएं देने की अनुमति है अथवा नही ?
खुर्शीद इमाम
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गैर-मुस्लिम भाइयों को उनके धार्मिक त्योहारों पर शुभकामनाएं देने में कोई बुराई नही है। अपितु, कुछ समय विशेष में ऐसा करने की सलाह दी जाती है जिससे वह आपके क़रीब आ सकें। कुछ मुस्लिमों द्वारा तर्क दिया जाता है कि उनको बधाई अथवा शुभकामनाएं देकर आप उन को करते हैं ना कि ईश्वर को। यह तर्क भावनाओं पर आधारित है।1. दीन का कोई भी आदेश हमें, उनको शुभकामनाएं देने से नही रोकता है। कुछ लोग हदीस अनुसार, ईशदूत के उस आदेश से भ्रांति में पड़ जाते हैं, जिसमे उन्होंने मुसलमानों को इस्लाम से पहले के पर्वों को मनाने से रोक था। किसी पर्व को स्वयं मनाने और और अपने गैर-मुस्लिम मित्र को केवल उसकी बधाई देने में बड़ा अंतर है।
2. गत वर्ष facebook पर एक post बहोत चर्चा में थी जिसमे कहा गया था कि यदि एक मुस्लिम 25 Dec को "Merry Chritsmas" बोलता है तो इसका अर्थ है कि वो हज़रत ईसा मसीह के "ईश्वर के पुत्र" होने की पुष्टि करता है। अतः वह मुस्लिम "शिर्क" का दोषी है!
उक्त तर्क उतना है मूर्खतापूर्ण है कि जैसे ईसवी कैलेंडर (AD/BC) में वर्षों की गणना करने का अभिप्राय हज़रत ईसा मसीह को "ईश्वर का पुत्र" होने की पुष्टि करना हो।
3. जब कोई मुस्लिम "Merry Christmas" अथवा "Happy Diwali" बोलता है, तो क्या उसके मन मे कभी ये विचार आता है कि Jesus ईश्वर के पुत्र थे, श्री राम चन्द्र जी ईश्वर के अवतार थे?? नही।
विश्व का कोई मुस्लिम ऐसा कभी नही सोचता है।
यह केवल कुछ मुस्लिमों की मनगढ़ंत कल्पना है की अन्य लोगों के धार्मिक पर्वों पर शुभकामनाएं देना गलत है। यदि आप Happy Janmashtmi कहते है तो क्या आपका विश्वास होता है कि श्री कृष्ण, सर्वशक्तिमान ईश्वर हैं? कदापि नही! अपितु जब आप उन्हें शुभकामनाएं देते हैं तो अपने पारस्परिक संबंधों को प्रगाढ़ता देते हैं जिससे दावत के बेहतर अवसरों की प्राप्ति होती है। फिर भी यदि कोई इस प्रकार की शुभकामनाओं को देने से बचना चाहे तो उस पर कोई बाध्यता नही।
4. यह कहना कि इस प्रकार की बधाई/शुभकामनाएं देना "हराम" है, यह भी एक प्रकार का अतिवाद है। हमे चीजों को संतुलित रखना होगा अन्यथा हम भी अतिवादी हो जाएंगे।
अति महत्वपूर्ण: किसी कार्य को "हराम" क़रार देना केवल अल्लाह के हाथ है। और अल्लाह ने यह अधिकार, किसी को नहीं दिया है। जो लोग इस प्रकार की बधाई/शुभकामनाओं को "हराम" क़रार देते हैं उनको अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए।
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