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क्या आदम - इसी भारतवर्ष में आए थे?

क्या आदम - इसी भारतवर्ष में आए थे? ********************************** यह स्वाभाविक है कि ईश्वर का संदेशवाहक/दूत जिस क्षेत्र में भेजा जाए, उसका नाम उस क्षेत्र विशेष की भाषा मे ही हो। ईश्दूत आदम के विषय मे कई प्रमाण हैं कि वह भारत की धरती पर भेजे गए थे, जिसकी पुष्टि कुछ हदीस से भी होती है। अब यदि हम संस्कृत शब्दकोश देखें तो "आदिम" शब्द वहां उपस्थित है जो "आदि" से बना है और जिसका अर्थ है प्राचीन , प्रारम्भिक। स्रोत : https://www.sanskrit-lexicon.uni-koeln.de/scans/SHSScan/2020/web/webtc2/index.php इससे यह भी इंगित होता है कि सम्भवतः आदम शब्द की उतपत्ति आदिम से हुई है। इसी से शब्द आदमी भी बना जिसका अर्थ है "आदम की संतान"। हम भारतवर्ष के लोग एक दूसरे को आदमी के शब्द से बुलाते है। आदम को भारतीय परमपरा में स्वयंभू मनु के नाम से भी जाना जाता है। इसी मनु शब्द से मानव शब्द बना है जिसका अर्थ है आदमी या मनुष्य्।

क्या पर्दा प्रथा का कारण मुगल शासक है?

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क्या भारतीय/हिन्दू संस्कृति में पर्दा प्रथा का कारण मुगल शासक है? भारत मे चल रहे नफरत और झूठ के अभियान के द्वारा प्रचारित किया जा रहा है कि पर्दा/घूंघट प्रथा, हिंदू संस्कृति का हिस्सा कभी नही था। परन्तु मुगल आक्रांताओं की दुष्ट दृष्टि से रक्षा के उद्देश्य से इसका आरम्भ हुआ। अपने सर को ढकना, अच्छा है या बुरा - इसे पाठकों के विवेक पर छोड़ते हैं। अभी आरोपों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। यह सही है कि भारत मे हिंदुओं और मुसलमानों ने हजारों वर्षों से साथ रहने के कारण दोनों संस्कृतियों को प्रभावित किया है। और यह बहुत स्वाभाविक है। सदियों से हिन्दू स्त्रियां अपने श्वसुर, जेठ और अन्य बुजुर्गों के समक्ष घूंघट के द्वारा अपना सिर और चेहरा ढंकती आई हैं। परिवार के यह बड़े, मुगल नही थे! वर्तमान समय मे भी भारत के अनेक क्षेत्रों में घूंघट प्रथा का चलन है। क्या इन क्षेत्रों में मुगल शासन है? अथवा इनके घर के लोग मुग़ल हैं? कुछ लोगों के द्वारा एक अटपटा कुतर्क भी दिया जाता है - "अजंता और एलोरा की स्त्रियों ने चित्रों में सिर को ढका नही है, इससे सिद्ध होता है की प्राचीन भारत की स्त्रियां सर नही