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ग़ैर-मुस्लिमों को उनके त्यौहारों पर बधाई देना

ग़ैर-मुस्लिमों को उनके त्यौहारों पर बधाई देना - जाइज़ है? सवाल : ग़ैर-मुस्लिमों को उनके त्यौहारों पर बधाई देने का सही मसला बताएं... जैसे - हमारे ग़ैर-मुस्लिम दोस्तों को हैप्पी दीवाली कहना क्या जाइज़ है या हराम ? ******************************************** जवाब :  जहां तक मैं जानता हूं हमारे ग़ैर-मुस्लिम भाइयों को उनके त्यौहारों पर बधाई देने में कोई हर्ज नहीं है । बल्कि कभी कभी तो ये ज़रूरी भी है ताकि वो तुम्हारे करीब आ सकें । कुछ मुस्लिम बहस करेंगे कि उनको बधाई दे कर तुम अल्लाह के बजाय उन्हें खुश करने की कोशिश कर रहे हो । यह बहस सिर्फ जज़्बात की बुनियाद पर है । 1. दीन में ऐसा कुछ नहीं जो हमें उनको बधाई देने से रोके । कुछ लोग हदीस की किताब की एक रिवायत से कन्फ्यूज़ होते हैं जिसमें रसूल अल्लाह स० ने मुस्लिमों को इस्लाम से पहले वाले त्यौहारों को मनाने से मना किया है । (ईद उल फित्र और ईद उल अज़हा के अलावा) त्यौहारों को मनाने और अपने ग़ैर-मुस्लिम दोस्तों को उनकी बधाई देने में बोहोत बड़ा फर्क है । 2. पिछले साल फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही थी जिसमें कहा गया था कि अगर एक मुस्लिम