कुन फ़यक़ून का मतलब
कुन फ़यक़ून का मतलब खुर्शीद इमाम ********************************* क़ुरान में "कुन फ़यक़ून" का मतलब: परिचय: क़ुरान में 8 स्थानों पर "कुन फ़यक़ून" का उल्लेख किया गया है, जिसका अर्थ है, "हो जाओ! और वह हो जाता है।" इसे अक्सर यह समझा जाता है कि अल्लाह किसी चीज़ को तुरंत कर देते हैं। लेकिन गहराई से समझने पर पता चलता है कि यह प्रकिया के तहत होने की बात करता है, जो अल्लाह के तयशुदा क़ानूनों के अनुसार होती है। उदाहरण: A. "कुन फ़यक़ून" और आसमानों व ज़मीन की रचना: आयत: "بَدِيعُ السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ وَإِذَا قَضَى أَمْرًا فَإِنَّمَا يَقُولُ لَهُ كُنْ فَيَكُونُ" (क़ुरान 2:117) यह आयत आसमानों और ज़मीन की रचना के बारे में है। क़ुरान में कहा गया है कि यह रचना छह यौम (समय-अवधियों) में पूरी हुई (क़ुरान 10:3, 25:59)। इसका मतलब यह है कि ब्रह्मांड की रचना एक लंबी प्रक्रिया से होकर गुज़री। यहाँ "कुन फ़यक़ून" का मतलब यह है कि ब्रह्मांड अल्लाह के तयशुदा क़ानूनों और समयावधियों के मुताबिक बना। B. "कुन फ़यक़ून" और ईसा (अ.स.) का जन्म...